जाओ जल्दी जाओ और एक नई और बड़ी दियासलाई लेकर आओ। जाओ जल्दी जाओ और एक नई और बड़ी दियासलाई लेकर आओ।
देश विभाजन, चौरासी या - कैसे, कोई, चाहे कहीं के दंगे हों, सब भड़काऊ - मंच के पीछे, आम देश विभाजन, चौरासी या - कैसे, कोई, चाहे कहीं के दंगे हों, सब भड़काऊ - मंच के ...
झुक जाता है सिर उस माँ का, जिसने तुमको जन्म दिया, मजहब की आड़ में, जब तुम मासूमों का गला दबाते ह... झुक जाता है सिर उस माँ का, जिसने तुमको जन्म दिया, मजहब की आड़ में, जब तुम मा...
हजारों हो रहे घायल, आँधियाँ जब चली हैं ये, हो कैसे प्यार की बारिश? हजारों हो रहे घायल, आँधियाँ जब चली हैं ये, हो कैसे प्यार की बारिश?
विकास की धारा से धीरे-धीरे जुड़ रहा है यह देश मिलकर हम साथ रहे तो और खूबसूरत हो जाएगा स्वदेश ! विकास की धारा से धीरे-धीरे जुड़ रहा है यह देश मिलकर हम साथ रहे तो और खूबसूरत हो...
तो फिर वक्त सिखाएगा सबक, जो न भूल पाओगे ताउम्र। तो फिर वक्त सिखाएगा सबक, जो न भूल पाओगे ताउम्र।